आंखों की रोशनी कमजोर हो रही है? ये घरेलू नुस्खा और टिप्स आपकी नजर को बेहतर बना सकते हैं
क्या आपको ऐसा लगता है कि अब पहले जैसी साफ़-साफ़ नहीं दिखता? या फिर आपके बच्चे बार-बार आंखें मिचमिचाते हैं, और स्कूल में भी बोर्ड ठीक से नहीं देख पाते? तो ध्यान दीजिए — ये सिर्फ बढ़ती उम्र का असर नहीं है। आजकल की स्क्रीन-से भरी लाइफस्टाइल और पोषण की कमी हमारी आंखों की सेहत पर सीधा असर डाल रही है।
लेकिन चिंता मत कीजिए! इस लेख में मैं आपके साथ एक ऐसा घरेलू नुस्खा और कुछ जरूरी डेली हैबिट्स शेयर करूंगा, जो आपकी आंखों को फिर से स्वस्थ और मज़बूत बना सकते हैं — वो भी नेचुरल तरीके से।
क्या सच में रोशनी बढ़ सकती है?
जब हम कहते हैं कि “आंखों की रोशनी बढ़ाना है”, तो लोग अक्सर सोचते हैं कि इसका मतलब चश्मा पूरी तरह हट जाएगा। लेकिन असल में, इसका मतलब होता है कि:
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आंखों की मसल्स मज़बूत बनें
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नजर में थकान ना हो
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आंखें ड्राई या लाल ना हों
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और चश्मे का नंबर बढ़ना बंद हो जाए (या धीरे-धीरे कम होने लगे)
अगर आप इस प्रक्रिया को समझते हुए घरेलू उपाय अपनाते हैं, तो यकीन मानिए — बहुत अच्छे रिज़ल्ट देखने को मिल सकते हैं।
रोज़मर्रा की 5 आसान आदतें जो आपकी आंखों की सेहत सुधार सकती हैं
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20-20-20 रूल अपनाएं
हर 20 मिनट पर, 20 सेकंड के लिए, 20 फीट दूर देखें। इससे आंखों की मसल्स रिलैक्स होती हैं और सिरदर्द या जलन कम होती है। -
हथेलियों से आंखों को दें गर्माहट
दोनों हथेलियों को रगड़कर हल्का गर्म करें और आंखों पर रखें। ये आंखों को रिलीफ देता है और थकावट दूर करता है। -
ठंडे पानी और गुलाब जल से आंखें धोना
दिन में 1-2 बार ठंडे पानी से आंखें धोना और कभी-कभी गुलाब जल की बूंदें डालना ड्राईनेस से बचाता है। -
लेट-नाइट स्क्रीन टाइम से बचें
मोबाइल या टीवी को सोने से 1 घंटे पहले बंद कर दें। इससे आंखें आराम पाती हैं और नींद भी बेहतर होती है। -
आंखों के लिए हेल्दी डाइट
गाजर, पालक, अखरोट, अलसी, और आंवला जैसी चीज़ें खाने में शामिल करें। इनमें मौजूद विटामिन A और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स आंखों के लिए वरदान हैं।
अब बात करते हैं उस आसान घरेलू नुस्खे की जो सच में असर करता है
इस नुस्खे को अपनाना न सिर्फ आसान है बल्कि इसे हर उम्र का इंसान इस्तेमाल कर सकता है — बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक। इसके लिए आपको चाहिए सिर्फ 4 चीज़ें:
सामग्री:
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सौंफ – 100 ग्राम
➤ इसमें विटामिन A, लूटीन और ज़ेक्सैन्थिन होते हैं जो आंखों की सेल्स को रिपेयर करते हैं और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं। -
बादाम – 100 ग्राम
➤ विटामिन E और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर, जो आंखों की नसों और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद है। -
काली मिर्च – 100 ग्राम
➤ ये ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करती है और बाकी सभी पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करती है। -
धागे वाली मिश्री – 200 ग्राम
➤ इसका ठंडा करने वाला असर आंखों की जलन और सूखापन को दूर करता है। पित्त दोष वालों के लिए बेहतरीन।
कैसे बनाएं ये चूर्ण?
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सौंफ और बादाम को हल्की आंच पर भूनें और ठंडा होने दें।
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एक-एक करके इन दोनों को मिक्सी में पीस लें।
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मिश्री को पहले खरल (या सिलबट्टे) पर थोड़ा कूटें, फिर मिक्सी में पीसें।
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अब काली मिर्च मिलाकर उसे भी पीस लें।
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आखिर में चारों चीजों को एक साथ मिलाएं और फिर से एक बार मिक्सी में पीस लें ताकि पाउडर एकदम फाइन बन जाए।
इस्तेमाल कैसे करें?
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रोज़ रात को सोने से पहले 1 चम्मच इस चूर्ण को गुनगुने दूध या पानी के साथ लें।
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ध्यान रखें: गीला चीज से न निकलने जैसे गीला चम्मच या उगली, ताकी पाउडर जादा दिन तक चले l
किन्हें नहीं लेना चाहिए?
अगर आपको पहले से कोई सीरियस आई कंडीशन है जैसे:
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कैटरेक्ट (मोतियाबिंद)
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ग्लूकोमा (काला मोतिया)
तो इस रेमेडी को आज़माने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें।
आखिर में एक बात याद रखिए
आंखों की देखभाल सिर्फ एक बार की चीज़ नहीं है। ये हर दिन की आदतों और लाइफस्टाइल पर निर्भर करती है। अगर आप इस घरेलू नुस्खे को अपनी डाइट और आंखों की रेस्ट रूटीन के साथ जोड़ लेते हैं — तो यकीन मानिए, आपकी नजर में फर्क ज़रूर आएगा।