हम सब जानते हैं कि एंजाइटी क्या है। हमने अपने दिमाग के बारे में बहुत कुछ पढ़ा है, बहुत कुछ समझा है, इंटरनेट से जानकारी जुटाई है। लेकिन फिर भी, जब बात अपने अंदर की उस घबराहट और बेचैनी को खत्म करने की आती है, तो हम असमर्थ महसूस करते हैं। सवाल ये है कि हम इतना ज्ञान क्यों होने के बाद भी इस जाल से बाहर क्यों नहीं निकल पा रहे?